ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना का नल जल का उद्घाटन तिरबिरवा पंचायत में एक भी वार्ड में नही हुआ ।
आज पूरे बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का एक योजना जो नल जल का है उसका उद्घाटन वर्चुअल तरीके से किए मगर वही तिरबिरवा पंचायत के किसी भी वार्ड में वर्चुअल उद्घाटन नहीं हुआ । नाही किसी भी वार्ड में उद्घाटन बोर्ड बना हुआ हैं तिरबिरवा पंचायत के जनता को छोड़िए यहाँ तो वार्ड सदस्य को भी पता नही हैं कि आज वर्चुअल तरीके से उद्धघाटन होने वाला है सात निश्चय कार्यक्रम के तहत गली नाली पक्की करण की 7000 तथा ग्राम पंचायतों से हर घर नल का जल पहुंचाने की 246 योजनाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा किया गया।
12:30 बजे के निर्धारित कार्यक्रम को लेकर प्रत्येक वार्ड में वार्ड विकास क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष एवं सचिव के अलावा ग्राम पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया था मगर इसका भी असर नाहि मुखिया जी पर पड़ा ना ही पंचायत सचिव पर अब इससे यह बात साफ हो जाता हैं कि सरकार के योजनाओं को पंचयात सचिव और मुखिया मिल कर कितना धरातल पर उतारने में सफल होते होंगे बात तिरबिरवा पंचायत की की जाए तो यहाँ आज से कई महीने पहले नल जल का पैसा निकाशी करने के बाद भी नल जल का कार्य कई वार्ड में अधूरा है वही तिरबिरवा पंचायत के नागरिकों के द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत बनाने का मिशन चलाया जाता है इस ग्रुप का नाम जन विचार तिरबिरवा पंचायत रखा गया है जन विचार तिरबिरवा पंचायत के सदस्यों के द्वारा आज के वर्चुअल उद्घाटन के बारे में बताया गया कि यहां की जनता को किसी तरह की बात मालूम नहीं है ना ही हमारे पंचायत में इस तरह का कोई उद्घाटन हुआ यहां तक की ग्राम पंचायत पर जो पंचायत स्तरीय अधिकारी हैं जो पंचायत कर्मी है वह लोग ज्यादातर आते नही है और जिस दिन आते हैं उस दिन वह सिर्फ सिग्नेचर करके फिर रवाना हो जाते हैं आज उन लोगों को भी नहीं देखा गया अगर इस तरह से एक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को नजरअंदाज किया जा रहा है तो आप यह चीज सोच सकते हैं कि यहां के जनता के हालात कैसे होंगे जनता के बातों का कद्र क्या होगा हम सब आपके अखबार के माध्यम से आपके न्यूज़ के माध्यम से यह बात बतला देना चाहते हैं कि इस पंचायत में सिर्फ तथाकथित कार्य हुए हैं नल जल का कार्य हो या गली-गली का कार्य हो या मनरेगा का कार्य हो सिर्फ कागज में काम किया गया है धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है इस पंचायत का जांच जो विधिवत रूप से होना चाहिए की पंचायत के विकास के लिए जो पैसा सरकार के द्वारा दिया गया है उसका दुरुपयोग ना हो और उपयोग करके इस पंचायत के आदर्श ग्राम पंचायत बनाया जा सके ।